पुणे न्यूज डेस्क: पुणे महानगरपालिका ने अब अवैध फ्लेक्सबाजी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शहर में जगह-जगह बिना अनुमति लगे बैनर और फ्लेक्स हटाए जा रहे हैं। आयुक्त नवल किशोर राम ने सभी विभागों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस बार कोई रियायत नहीं दी जाएगी। पुलिस में शिकायत दर्ज कराकर दोषियों पर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है, ताकि पूरे शहर को यह संदेश दिया जा सके कि अब मनमानी फ्लेक्सबाजी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
हालांकि, इस कार्रवाई को लेकर शहर में चर्चा भी तेज है। आरोप लग रहे हैं कि मनपा प्रशासन सिर्फ व्यापारियों और छोटे कारोबारियों पर ही शिकंजा कस रहा है, जबकि राजनीतिक दलों के नेताओं द्वारा लगाए गए फ्लेक्स को नजरअंदाज किया जा रहा है। इससे लोगों के बीच यह सवाल उठने लगा है कि क्या कार्रवाई सिर्फ चुनिंदा लोगों पर की जा रही है?
मनपा ने चुनावी माहौल को देखते हुए यह भी आदेश जारी किया है कि जो भी व्यक्ति बिना अनुमति फ्लेक्स लगाएगा, उसके खिलाफ सीधे केस दर्ज किया जाएगा और प्रति फ्लेक्स ₹1000 का जुर्माना वसूला जाएगा। अब तक 27 लोगों पर केस दर्ज हो चुका है और 71 के खिलाफ पुलिस में शिकायत दी गई है। लेकिन इन सब में किसी भी राजनीतिक नेता का नाम न होना लोगों को खटक रहा है।
उधर, सड़कों पर अधिकारियों की टीम लगातार निरीक्षण कर रही है। जन्मदिन पोस्टर, त्योहारी शुभकामनाओं या प्रचार के नाम पर लगाए गए फ्लेक्स बिजली के खंभों और सिग्नल पर लटकते दिख रहे हैं। प्रशासन ने सभी सहायक आयुक्तों को रोजाना कम से कम पांच केस दर्ज करने के निर्देश दिए हैं। अवैध संरचनाओं को हटाने की कार्रवाई भी तेज कर दी गई है, ताकि शहर की सुंदरता और सुरक्षा दोनों बरकरार रह सकें।